खार्तूम। सूडान के अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) ने राजधानी खार्तूम में जारी झड़पों के बावजूद, ईद उल अजहा त्योहार से पहले 100 सैन्य कैदियों को रिहा करने का ऐलान किया है।

अर्धसैनिक बल ने मंगलवार देर रात एक बयान में कहा, “मानवाधिकार कानून पर विचार और उसका सम्मान करते हुए, आरएसएफ कमांड ने तख्तापलट करने वाले बलों के 100 कैदियों को रिहा करने का फैसला किया।

आगे कहा कि यह फैसला ईद की छुट्टियों और मानवीय उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। सोमवार को आरएसएफ कमांडर मोहम्मद हमदान डागालो ने त्योहार से पहले दो दिन के लिए “एकतरफा युद्धविराम” का ऐलान किया था, जिस पर सेना ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

हालांकि, संघर्ष विराम खार्तूम के विभिन्न क्षेत्रों में रक्तपात को रोकने में विफल रहा। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि आरएसएफ ने मंगलवार को सेना के दो रणनीतिक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें दक्षिणी खार्तूम में बख्तरबंद कोर का बेस और पश्चिमी ओमडुरमन में इंजीनियर्स कोर का मुख्यालय शामिल है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सूडान में 15 अप्रैल से खार्तूम और अन्य क्षेत्रों में सेना तथा आरएसएफ के बीच घातक सशस्त्र झड़पें देखी जा रही हैं। इन झड़पों में 3,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 6,000 से अधिक अन्य घायल हुए हैं।

मानवीय मामलों के समन्वय के लिए यूएन ऑफिस के एक अपडेट के अनुसार, संघर्ष शुरू होने के बाद से सूडान के भीतर और बाहर लगभग 2.5 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं।

Translate »