आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है. आप का कहना है बीजेपी एमसीडी में पक्का किए गए सफाई कर्मचारियों की नौकरी छीनने पर आमादा है और इसके खिलाफ कोर्ट पहुंच गई है. आप के विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन कर्मचारियों को पक्का करने की गारंटी दी थी, अब सरकार ने वो गारंटी पूरी कर दी तो बीजेपी इसे हजम नहीं कर पा रही है.
आप विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि 15 साल एमसीडी की सत्ता पर काबिज रही बीजेपी जो काम नहीं कर पाई उसे अरविंद केजरीवाल ने केवल 8 महीने में कर दिखाया. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी जब सत्ता में रहती तो खुद काम नहीं करती है और जब सत्ता से बाहर हो जाती है तो दूसरों को भी काम नहीं करने देती है. वहीं विधायक रोहित महरौलिया ने कहा कि बीजेपी कुछ भी कर ले, हमारी सरकार सफाई कर्मचारियों के साथ है.
आम आदमी पार्टी के नेता कुलदीप कुमार और विधायक रोहित महरौलिया ने एमसीडी में पक्का किए गए सफाई कर्मचारियों को लेकर बुधवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि हर साल दीपावली पर हमें सुनने को मिलता था कि दिल्ली नगर निगम से सफाई कर्मचारियों को अपने वेतन और बोनस के लिए सड़कों पर धरना देना पड़ता था. फिर भी उनको वेतन नहीं मिल पाता था. पिछले 15 सालों से एमसीडी की सत्ता में रही भाजपा ने सफाई कर्मचारियों का केवल शोषण किया है और उनको वेतन, बोनस और पक्का करने के लिए परेशान रखा.
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नगर निगम चुनाव के दौरान सही समय पर वेतन के लिए सफाई कर्मचारियों को गारंटी दी थी. आज आम आदमी पार्टी की सरकार में एमसीडी के सभी सफाई कर्मचारियों का वेतन महीने की पहली तारीख को उनके बैंक अकाउंट में पहुंच जाता है. यह दीपावली का महीना है और सभी कर्मचारियों के बैंक अकाउंट में सैलरी आ चुकी है. साथ ही सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें बोनस देने का भी ऐलान किया है.
विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि जब इन पांच हजार सफाई कर्मचारियों को हमने पक्का किया तो बीजेपी को बर्दाश्त नहीं हुआ. भाजपा को ये डर सताने लगा कि ऐसा कैसे हो सकता है.उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी दिल्ली के सफाई कर्मचारियों की तरक्की को रोकने के लिए उनकी नियुक्ति को लेकर कोर्ट चली गई है. उन्हें ये बर्दाश्त नहीं है कि जिन कर्मचारियों को उन्होंने 15 सालों तक परेशान किया, उन्हें अरविंद केजरीवाल कैसे पक्का कर सकता है.
कुलदीप कुमार ने कहा कि आज मैं दिल्ली के सफाई कर्मचारियों के कहना चाहता हूं कि अगर बीजेपी के लोग आपकी गलियों में आएं तो उनसे जरूर पूछिएगा कि जो काम तुमने 15 सालों में नहीं किया अगर उसे आठ महीने में अरविंद केजरीवाल ने कर दिया तो तुमको क्या तकलीफ है? नियुक्तियों को रुकवाने के लिए कोर्ट क्यों चले गए? उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने शासन में लोगों को नौकरी देने पर काम नहीं किया, बल्कि नौकरी से निकालने का काम किया है. आज बीजेपी का असली चेहरा सबके सामने आ गया है.
इस दौरान मौजूद त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित महरौलिया ने कहा कि 15 साल के बीजेपी के कुशासन के बाद पिछले साल जब एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो दिल्लीवासियों ने राहत की सांस ली. सबसे ज्यादा सफाई कर्मचारियों को खुशी हुई. क्योंकि पिछले 15 सालों में बीजेपी ने इन्हें सिर्फ धोखा दिया है. ऐसे में सीएम अरविंद केजरीवाल मसीहा बने और पांच हजार सफाई कर्मचारियों को पक्का कर दिया.
दीपावली के मौके पर सफाई कर्मचारियों के लिए यह एक शानदार तोहफा था, जिससे उनमें खुशी की लहर दौड़ उठी. लेकिन बीजेपी से ये देखा नहीं गया और वो इस मामले को लेकर कोर्ट में चली गई. इससे पता चलता है कि उनकी मानसिकता दलित विरोधी है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी जो भी कर ले, लेकिन आम आदमी पार्टी का एक-एक विधायक, निगम पार्षद, कार्यकर्ता और सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार इन सफाई कर्मियों के साथ खड़ी है. हम इनके हक और अधिकार की लड़ाई को अंतिम अंजाम तक पहुंचाएंगे. उन्होंने कहा- यह काफी पहले से चलता आ रहा है. जब बीजेपी के शासन में इन कर्मचारियों को चार-चार महीने तक इनका वेतन नहीं मिलता था तो मजबूरी में आकर इन्हें अपना काम रोकना पड़ता था, हड़ताल करनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि हड़ताल के चलते दिल्ली की सड़कों पर कूड़े के ढेर लग जाते थे. इस बार हर कर्मचारी खुशी-खुशी अपना त्योहार मनाने जा रहा है. सीएम अरविंद केजरीवाल के इस फैसले ने वाल्मिकी समाज को उनका अधिकार देने का काम किया है, जिसे बीजेपी ने कई सालों से रोक रखा था.