विश्व पिकनिक दिवस
माउंट आबू की अरावली के जंगलों से घिरा हुआ है. यहां का ठंडा मौसम भी लोगों को खूब पसंद है. माउंट आबू को राजस्थान का कश्मीर कहा जाता है. यहां कृत्रिम झील है. इस समय माउंट आबू का तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस है. अरावली पर्वत माला की सबसे ऊंची चोटी पर मांउट आबू 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
ग्रेनाइट शिलाओं के एकल पिंड के रूप में है
आबू पर्वत पश्चिमी श्रेणियों के अत्यंत दक्षिण-पश्चिम छोर ग्रेनाइट शिलाओं के एकल पिंड के रूप में है. पर्वत के ऊपर और पार्श्व में ऐतिहासिक स्मारक, धार्मिक तीर्थ मंदिरों और कला भवन है. इसमें शिल्प-चित्र-स्थापत्य कलाओं की स्थायी निधियां हैं. यहां की गुफा में एक पदचिहृ है, जिसे लोग भृगु का पदचिन्ह मानते हैं. पर्वत के बीच में संगमरमर के दो विशाल जैनमंदिर हैं.
कैसे पहुंचे माउंट आबू
माउंट आबू आप ट्रेन, बस, फ्लाइट या फिर अपने निजी वाहनों से जा सकते हैं. सबसे निकट का रेलवे स्टेशन आबू रोड है. माउंट आबू से लगभग 28 किलोमीटर है. यहां से माउंट आबू टैक्सी ये बस से जा सकते हैं. रुकने के लिए कम बजट से लेकर लग्जरी होटल तक हैं.
इन जगहों पर घूमें
नक्की झील- माउंट आबू का निक्की झील देखने में बहुत खूबसूरत है. बोटिंक कर सकते हैं. झील के किनारे टहल भी सकते हैं.
दिलवाड़ा जैन मंदिर- दिलवाड़ा जैन मंदिर माउंट आबू में है. इसकी यहां पर कोई एंट्री फीस नहीं है. फ्री में घूम सकते हैं.
सनसेट प्वाइंट-माउंट आबू में आप शाम को सूर्यास्त देख सकते हैं. सूर्यास्त का नजारा बहुत ही खूबसूरत होता है. इसके अलावा गुरु शिखर से आप हिल स्टेशन का नजारा ले सकते हैं.
2 से 3 दिन माउंट आबू घूमने के लिए पर्याप्त है. शहर के प्रमुख आकर्षण का आनंद ले सकते हैं.