काहिरा। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे के बाद शनिवार को मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचे। मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली ने हवाई अड्डे पर गर्मजोशी के साथ उनकी अगवानी की।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी के न्यौते पर मिस्र गए मोदी का यह दो दिवसीय राजकीय दौरा है। वह मिस्र के प्रधानमंत्री के साथ राउंड टेबल बैठक करेंगे और राष्ट्रपति सीसी से भी मुलाकात करेंगे। मिस्र के दौरे पर 25 जून तक रहने के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और मिस्र के प्रधानमंत्री मैडबोली के साथ पहली बार राउंड टेबल बैठक होगी। मिस्र पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर विश्वास व्यक्त किया कि इस यात्रा से मिस्र के साथ भारत के रिश्ते मजबूत होंगे। उन्होंने राष्ट्रपति सीसी के साथ बातचीत और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उत्सुकता जाहिर की।

जनवरी 2023 में राष्ट्रपति सीसी की भारत की सफल यात्रा के बाद दोनों देश संबंधों को रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर सहमत हुए थे। वापसी पर मिस्र के राष्ट्रपति ने अपने मंत्रिमंडल में एक विशेष भारत इकाई का गठन किया, जिसमें वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं और उन्हें भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए कहा गया है। इसलिए प्रधानमंत्री भारतीय इकाई के साथ बैठक करेंगे।

भारतीय प्रधानमंत्री और मिस्र के राष्ट्रपति के बीच होने वाली बातचीत में दोनों देश बड़े रणनीतिक फैसले ले सकते हैं। अपनी यात्रा के दौरान मोदी, मिस्र सरकार के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों और कुछ प्रमुख हस्तियों के अलावा भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे।

भारत और मिस्र के बीच संबंध प्राचीन व्यापार और आर्थिक संबंधों के साथ-साथ सांस्कृतिक और गहरी जड़ें रखने वाले लोगों के बीच संबंधों पर आधारित हैं। मिस्र में हर कोई भारतीय संस्कृति से प्रभावित है और वे दशकों से बॉलीवुड फिल्में देख रहे हैं। भारत और मिस्र ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन के लिए मिलकर काम किया। वे अभी भी महात्मा गांधी और साद जगलौल के बीच घनिष्ठ मित्रता को याद करते हैं। मिस्र के लोग भारत के करीब रहना चाहते हैं। वे हमारी संस्कृति और हमारे पारिवारिक मूल्यों के साथ बहुत निकटता से जुड़े हुए हैं।

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